डिक्टा-फिक्टा: चीन, रूस और ईरान की उभरती तिकड़ी के बीच अमेरिकी पाले में भारत

ईरान ने यह स्पष्ट किया है कि चाबहार रेल परियोजना को लेकर भारत से कोई क़रार ही नहीं हुआ था, सो क़रार टूटने का सवाल नहीं है. तकनीकी रूप से यह बात सही है