इस अतार्किक प्रतिबंध की ज्यादा अहमियत नहीं: यॉन मिर्डल
(स्वीडिश लेखक यॉन मिर्डल ने स्वीडन के विदेश मंत्री को एक चिट्ठी भेजी है जिसमें अपने प्रति भारत सरकार के रवैये का उन्होंने जि़क्र किया है। बहरहाल, चिट्ठी में कुछ …
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(स्वीडिश लेखक यॉन मिर्डल ने स्वीडन के विदेश मंत्री को एक चिट्ठी भेजी है जिसमें अपने प्रति भारत सरकार के रवैये का उन्होंने जि़क्र किया है। बहरहाल, चिट्ठी में कुछ …
Read MoreIn the garb of social responsibility, the Essar Group recently organised a storytelling festival for the ‘benefit’ of children in this Maoist-dense area. Apart from the organisers’ poorly disguised disdain …
Read Moreअजीब उबंतू, खाली, निरुद्देश्य, निरर्थक, व्यर्थ, असमर्थ दिन हैं ये। इतना कुछ हो रहा है और इतनी गति से कि कुछ भी नहीं आ पा रहा पकड़ में। इलेक्ट्रॉन की …
Read Moreजितेन्द्र कुमार चुनाव विश्लेषक और राजनीतिशास्त्री प्रोफेसर योगेन्द्र यादव हर चुनाव के बाद अक्सर टीवी पर बैठकर कहते हैं कि लोकतंत्र की जड़ें लगातार गहरी होती जा रही हैं (डीपेनिंग …
Read Moreश्री शिवमंगल सिद्धांतकर ”बाबा” मंगलेश डबराल के राकेश सिन्हा के साथ मंच साझा करने का विवाद अभी थमा भी नहीं था (आज ही जनसत्ता में मंगलेश जी की लंबी टिप्पणी …
Read MoreVidyarthee Chatterjee Saadat Hasan Manto: May 11, 1912 – January 18, 1955 If Saadat Hasan Manto had been living, he would have been a centenarian this year, thirty-five years …
Read MoreThe Hindu : Opinion / Op-Ed : Reaping gold through cotton, and newsprint The same full page appeared twice in three years, the first time as news, the second time …
Read More(प्रियदर्शन जी के जवाब पर रंजीत वर्मा ने टिप्पणी भेजी है और मेरे द्वारा उठाए गए क्रोनी जर्नलिज्म के सवाल को इस बहस से हटाने की बात कही है। बहस …
Read Moreदैनिक भास्कर में रंजीत वर्मा के छपे लेख की मूल प्रति में से प्रियदर्शन के लेख की आलोचना को संपादित किए जाने संबंधी पोस्ट पर प्रियदर्शन जी ने अपना पक्ष रखा …
Read Moreगुंटर ग्रास की कविता पर जो बहस पिछले दिनों शुरू हुई थी, वह हिंदी अखबारों का हिस्सा बन चुकी है। अफसोस केवल इस बात का है कि अखबारों ने अब …
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