झूठ बोलने की व्‍यवस्‍थागत मजबूरी: पी. साइनाथ का दिल्ली में वक्तव्य

पी. साइनाथ ने यह व्‍याख्‍यान दिल्‍ली के कांस्टिट़यूशन क्‍लब में पिछले साल दिया था। उसके संपादित अंश प्रस्‍तुत हैं। A Structural Compulsion  To Lie जिस तरह किसी जंग को जनरलों के …

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क्‍या भारत 1958 का अमेरिका है?

एडवर्ड आर. मरो अमेरिका के मशहूर टीवी पत्रकार थे जो सीबीएस न्‍यूज से जुड़े हुए थे। उन्‍होंने शिकागो में 15 अक्‍टूबर 1958 को एक संगोष्‍ठी में यह व्‍याख्‍यान दिया था जो …

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पीछे हटना आखिरी विकल्प है : बाबूराम भट्टराई

नेपाल की माओवादी पार्टी सीपीएन(एम) के पोलित ब्यूरो सदस्य और नेपाल के पूर्व वित्त मंत्री बाबूराम भट्टराई ने भारत की अपनी चार दिन की यात्रा के दौरान भारत-नेपाल जन एकता …

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कठिन अभिव्‍यक्ति

असाध्‍य वीणा भाग-2 यह कठिन समय की अभिव्‍यक्ति है। समय से भी कठिन- कठिनतर। जो काफी जोर लगाने पर आती भी है, तो जाती बिखर- समय में दम तोड़ती पसलियों …

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